रेलवे का फैसला:भूमि अधिग्रहण की प्रक्रिया पूरी हुए बिना नहीं शुरू होगा कोई प्रोजेक्ट

0 97
Above Post Campaign

रेलवे ने निर्णय किया है कि भूमि अधिग्रहण की प्रक्रिया पूरी हुए बिना अब नई रेल लाइन बिछाने की कोई भी परियोजना शुरू नहीं की जाएगी। यह निर्णय इसलिए किया गया है ताकि जमीन की अनुपलब्धता के कारण कोई भी परियोजना बीच में ही न अटक जाए। एक नई नीति के अंतर्गत रेलवे ने भूमि अधिग्रहण पूरा होने या एक निर्धारित समय सीमा के भीतर रेलवे को जमीन देने के लिए राज्य सरकार से गारंटी का लिखित आश्वासन प्राप्त नहीं होने पर, एक तरह से निविदाएं जारी करने या किसी नई परियोजना पर काम शुरू करने पर रोक लगा रखी है।

Middle Post Banner 2
Middle Post Banner 1

नई नीति में कहा गया है कि रेलवे ने भूमि अधिग्रहण पूरा होने के बाद ही किसी नई लाइन की परियोजना को लेकर टेंडर जारी करने या काम शुरू करने का निर्णय लिया है। इस समय किसी परियोजना को शुरू करने के लिए केवल 70 प्रतिशत भूमि अधिग्रहण की जरूरत है, जिसके चलते भूमि की अनुपलब्धता होने या निर्धारित जमीन के मुकदमेबाजी में फंसे होने के कारण अक्सर परियोजना रुक जाती है या उसमें देर हो जाती है।

अधिकारियों ने बताया कि वर्तमान नीति में यह स्पष्ट नहीं किया गया है कि अधिग्रहीत लाइन का रेखीय (लीनियर) होना जरूरी है। ऐसे में जब काम शुरू होता है तब समस्याएं शुरू होती हैं और आंशिक काम शुरू हो जाता है लेकिन अगले खंड के लिए भूमि उपलब्ध नहीं होती है। नई नीति के अनुसार, अगर राज्य सरकार नई रेल लाइन चाहती है तो इसके लिए उसे रेलवे को भूमि उपलब्ध करानी होगी। अगर भूमि उपलब्ध नहीं होती तो रेलवे को निवेश में नुकसान उठाना पड़ता है। अधिकारियों ने बताया कि हर साल ऐसे विलंब के कारण लागत में करीब 10-15 प्रतिशत की बढ़ोतरी हो जाती है।

Below Post Banner
After Tags Post Banner 1
After Tags Post Banner 2
After Related Post Banner 3
After Related Post Banner 2
After Related Post Banner 1
Leave A Reply

Your email address will not be published.

This website uses cookies to improve your experience. We'll assume you're ok with this, but you can opt-out if you wish. Accept Read More

Close