मरीज को तड़पता छोड़ नाश्ता करने गए डॉक्टर, हुई मौत, स्‍वास्‍थ्‍य मंत्री दिये ये आदेश

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पीएमसीएच में नई मशीनों का निरीक्षण करने पहुंचे केंद्रीय स्‍वास्‍थ्‍य मंत्री अश्विनी चौबे ने कार्य में लापरवाही बरतने के आरोप में एक डॉक्‍टर को सस्‍पेंड करने का निर्देश दिया।

पटना । मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने बुधवार को पीएमसीएच के डॉक्टरों से अपील की थी कि अस्पताल को विश्वस्तरीय बनाएं। दूसरे ही दिन गुरुवार को एक चिकित्सक की लापरवाही से पीडि़त की जान चली गई। आक्रोशित परिजनों ने अस्पताल परिसर में जमकर हंगामा किया।

अस्पताल का निरीक्षण कर रहे केंद्रीय स्वास्थ्य राज्य मंत्री अश्विनी चौबे को इसकी जानकारी मिली तो वे परिजनों से मिले। शिकायत के आधार पर मंत्री ने लापरवाह करने वाले डॉक्टर संजय कुमार पासवान को सस्पेंड करने का निर्देश पीएमसीएच के प्राचार्य को दिया।

गुरुवार को दीघा निवासी रंजीत कुमार सुबह आठ बजे नासरीगंज पेट्रोल पंप के पास सड़क दुर्घटना में गंभीर रूप से घायल हो गया। उसके सिर एवं पैरों में चोट आईं। उसे नौ बजे पीएमसीएच में इलाज के लिए भर्ती कराया गया। यहां समय से इलाज न हो पाने के कारण उसने दम तोड़ दिया।

मर रहा था मरीज, डॉक्टर कर रहे थे नाश्ता

गंभीर रूप से जख्मी रंजीत को पीएमसीएच के इमरजेंसी में भर्ती किया गया। यहां उसे सर्जन डॉ. संजय कुमार पासवान ने देखा और इलाज के बजाय चले गए। मरीज की स्थिति बिगड़ते देख परिजन डॉक्टर से बार-बार रंजीत को देखने के लिए आग्रह करते रहे लेकिन वह नहीं आए। परिजनों को जवाब मिला कि डॉक्टर साहब नाश्ता कर रहे। डॉक्टर साहब 9 बजे से 11 बजे गए, लेकिन डॉ. संजय नहीं आए। इलाज के अभाव में मरीज ने दम तोड़ दिया। इसके बाद परिजनों ने हंगामा शुरू कर दिया।

डॉक्टर की लापरवाही पर भड़के केंद्रीय मंत्री

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केंद्रीय स्वास्थ्य राज्यमंत्री अश्विनी कुमार चौबे जब इमरजेंसी के प्रथम तल का निरीक्षण कर लौट रहे थे। तभी उनकी नजर सीढ़ी के बगल विलाप कर रहे लोगों पर पड़ी। मंत्री ने कारण पूछा तो रंजीत के भाई शशि ने कहा कि लापरवाह डॉक्टर ने मेरे भाई की मौत हो गई। इस पर मंत्री ने संबंधित डॉक्टर को बुलवाया।

डॉ. संजय कुमार पासवान टी-शर्ट और पैंट पहने हुए ही मंत्री के पास पहुंच गए। वह न एप्रन पहने थे और उनके पास आला था। इस पर मंत्री भड़क गए। मंत्री ने डॉक्टर से पूछा क्या यही आपकी डे्रस है? एप्रन कहां है? मंत्री का सवाल सुनते ही डॉक्टर संजय के होश फाख्ते हो गए।

उसके बाद प्राचार्य डॉ. विजय कुमार गुप्ता ने डॉ. पासवान से पूछा आपने मरीज का क्या इलाज किया तो उन्होंने इसका भी कोई जवाब नहीं दिया। इस पर मंत्री ने डॉक्टर संजय को सस्पेंड करने का निर्देश दिया।

प्राचार्य ने 24 घंटे में मांगा स्पष्टीकरण

मंत्री के निर्देश पर डॉक्टर पासवान को निलंबित करने की प्रक्रिया कॉलेज प्रशासन ने तेज कर दी है। कॉलेज के प्राचार्य डॉ. विजय कुमार गुप्ता ने 24 घंटे के अंदर डॉ. पासवान से स्पष्टीकरण मांगा है। जवाब मिलने आगे की कार्रवाई की जाएगी। साथ ही अधीक्षक डॉ. दीपक टंडन ने मामले की जांच के लिए दो सदस्यीय कमेटी का गठन किया है। कमेटी में डॉ. प्रशांत कुमार एवं डॉ. रविंद्र कुमार से जांच रिपोर्ट मांगी गई है।

डॉ. संजय ने एक सप्ताह पहले दिया था योगदान

डॉ. पासवान ने एक सप्ताह पहले पीएमसीएच में सीनियर रेजीडेंट के रूप में योगदान दिया था। उसकी सुबह सात बजे से अपराह्न दो बजे तक इमरजेंसी में डॉ. एनपी नारायण के यूनिट में ड्यूटी लगाई गई थी। इसी बीच मरीज की मौत के बाद हंगामा हो गया और मंत्री ने सस्पेंड करने का आदेश सुना दिया।

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