समस्तीपुर में बोले किसान नेता- किसानों की समस्या को ले 20 नवम्बर को होगा संसद का घेराव

समस्तीपुरः देश के 184 किसान संगठनों को मिलाकर बनाया गया अखिल भारतीय किसान संधर्ष समन्वय समिति का जत्था आज समस्तीपुर पहुंचा. कोलकाता से चला यह जत्था उड़िसा एवं झारखंड होता हुआ बिहार के नवादा, नालंदा, जहानाबाद, अरवल, औरंगाबाद, रोहतास एवं भोजपुर जिले की यात्रा तय करता हुआ एवं किसानों को संगठित करते हुए समस्तीपुर पहुंचकर शहीद-ए-आजम भगत सिंह के आदम कद प्रतिमा पर माल्यार्पण किया.
इसके बाद जत्थे में शामिल किसान नेताओं ने एक सभा आयोजित की. इस सभा को देश के विभिन्न प्रदेशों के नेताओं ने संबोधित करते हुए मुख्य रूप से किसानों की समयाओं को दर्शाया. सभा की अध्यक्षता महासभा के जिला संयोजक अर्जुन राय ने की. इससे संबोधित करते हुए अखिल भारतीय किसान महासभा के राष्ट्रीय महासचिव राजाराम सिंह ने कहा कि बिहार मजदूर एवं किसान आंदोलनों की एक ऐतिहासिक सरजमी है.


आज देश पर जो कृषि संकट मंडरा रहा है. उसको लेकर सभी किसनों को एकजुट होकर आंदोलन का रास्ता अपनाना पड़ेगा. उन्होंने सभा में उपस्थित किसानों से कहा कि आगामी 20 नवम्बर को संसद के समक्ष होने वाले किसान आंदोलन में सभी अपनी भागीदारी सुनिश्चित करें.
सभा को संबोधित करते हुए मध्य प्रदेश के किसान नेता व पूर्व विधायक डॉ. सुनिलम ने कहा कि देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपनी चुनावी घोषणा पत्र में इस बात का वादा किया था कि उनकी सरकार बनने पर किसानों को लागत मूल्य से डेढ़ गुणा अधिक समर्थन मूल्य दिया जायेगा. लेकिन यह वादा उनका चुनावी जुमला निकला. आज किसानों की समस्या जस की तस है और किसान आत्महत्या करने पर मजबूर हो रहे है.
सभा को महाराष्ट्र के किसान नेता प्रहलाद पाटिल, कर्नाटक के किसान नेता आर. चंद्र शेखर, उत्तराखंड के पुरूषोत्तम शर्मा, हरियाणा के प्रेम सिंह गहलावत, झारखंड के हीरागोप समेंत कई प्रदेश के किसान नेताओं ने संबोधित किया. सभा समाप्ति के बाद यह जत्था शाम में दरभंगा के लिये रवाना हो गया.
