Bigg Boss 11: स्वामी ओम और राम रहीम से खराब हुई बाबाओं की छवि सुधारेंगी ये लेडी तांत्रिक

0 90
Above Post Campaign

नई दिल्ली: आज रात नौ बजे से ‘बिग बॉस सीजन-11’ दस्तक देने जा रहा है. घर के सदस्य तय हो चुके हैं. इन्हीं सदस्यों में से एक अघोरी तांत्रिक शिवानी दुर्गा भी हैं. दुर्गा अमेरिका की शिकागो यूनिवर्सिटी से पीएचडी हैं और वे तंत्र-मंत्र में यकीन करती हैं. शिवानी दुर्गा बिग बॉस के जरिये तंत्र-मंत्र से जुड़ी भ्रांतियां दूर करने का इरादा रखती हैं. शिवानी दुर्गा ने ऐलान कर दिया है कि उनका इरादा घर में साधु संतों से जुड़ी खराब इमेज को सुधारने का है.

बिग बॉस के घर में जाने से पहले उनसे हुई बातचीत के खास अंशः

बिग बॉस में आने का फैसला कैसे लिया?
मुझे लगता है यह फैसला मेरा नहीं है, मेरा यहां आना भगवान का प्लान है.

पिछली बार स्वामी ओम की बहुत ही हंगामाखेज पारी रही थी, आपका क्या कहना है ?
मेरा उद्देश्य पिछले कुछ समय में जो साधु समाज पर प्रश्न चिन्ह लग गया है उसे दूर करना है क्योंकि पिछले सीजन में स्वामी ओम की हरकतें और हाल ही में राम रहीम ने जो किया, इस सबके बाद साधु समाज की छवि को बहुत धक्का पहुंचा है. मेरी कोशिश रहेगी कि मैं पॉजिटिव और नेगेटिव इमेज के बैलेंस के बारे में लोगों का समझा सकूं.

Middle Post Banner 1
Middle Post Banner 2

>>आप अघोरी तांत्रिक हैं, तो इसकी झलक देखने को मिलेगी?
तंत्र-मंत्र से जुड़े लोगों काफी तरह के मिसकन्सेप्शन हैं. मेरी कोशिश रहेगी कि इसके सकारात्मक पक्ष को लोगों को दिखा सकूं, और बताऊं कि यह एनर्जी से जुड़ी चीज है.

>>घर के लिए आपकी क्या स्ट्रेटजी है?
मेरी कोई स्ट्रेटजी नहीं है, बस अपना मत रखती रहूंगी. वही करूंगी जो सही होगा और सबसे बड़ी कोशिशि साधुओं की इमेज को अच्छा बनाने की रहेगी.

>>घर में लड़ाई झगड़े और ढेर सारे कलेश होते हैं, उसके बारे में कुछ सोचा है?
यह एक बड़ी फैमिली होगी. जहां 10 बर्तन होते हैं तो आपस में टकराते ही हैं. यह कोई बड़ी बात नहीं है.

>>अगर स्वामी ओम जैसे हालात बने तो?
जो बीत गई सो बात गई. अब हमें की सोचनी चाहिए. मैं जवाब देना जानती हैं. हमें अब आगे के बारे में सोचना चाहिए.

Below Post Banner
After Tags Post Banner 1
After Tags Post Banner 2
After Related Post Banner 1
After Related Post Banner 3
After Related Post Banner 2
Leave A Reply

Your email address will not be published.

This website uses cookies to improve your experience. We'll assume you're ok with this, but you can opt-out if you wish. Accept Read More

Close