विद्यालय में की तालाबंदी

samastipur now thumbnail
0 77
Above Post Campaign

विरोध. माध्यमिक विद्यालय में तीन सालों से बाधित पढ़ाई

मोरवा   : तीन सालों से पढाई से वंचित छात्र और उसके अभिभावकों ने ररियाही पंचायत के रघुनाथपुर विद्यालय का तालाबंदी किया. बच्चों का आरोप था कि प्रतिदिन विद्यालय आते तो जरूर है लेकिन विद्यालय की पढाई उसे नसीब नहीं हो रही है. अभिभावकों ने इस आंदोलन को शिक्षक आने तक जारी रखने की बात कही.
Middle Post Banner 2
Middle Post Banner 1
साल 2014-15 में ही इस विद्यालय को उत्क्रमित कर माध्यमिक विद्यालय में तब्दील कर दिया गया लेकिन शिक्षक एक भी नहीं दिये गये. कक्षा नवम और दशम में करीब दो सौ पचास बच्चे नामांकित हैं लेकिन उसको पढाने के लिये शिक्षक एक भी नहीं दिये गये. ग्रामीण इस बावत बार बार आवाज उठाते रहे लेकिन विभाग इसे अनसुना करता रहा।मध्य विद्यालय के शिक्षक उर्मिला कुमारी को इसका प्रभारी बनाया गया. पहले से ही शिक्षकों की कमी से जूझ रहे इस विद्यालय को उच्च विद्यालय के बच्चों का अतिरिक्त भार मिल गया.
बताया जाता है कि शनिवार को विद्यालय खुलते ही सैकड़ों बच्चे और अभिभावक जुटने लगे और विद्यालय प्रबंधन के खिलाफ जमकर नारेबाजी शुरू कर दी. मुखिया फूलन सिंह, वार्ड सदस्य राम विनय सिंह, राम नरेश शर्मा, राजन सिंह, मनोहर राय, वीरेंद्र कुमार, वंदन कुमार, चंदन कुमार, गोविन्द कुमार सरीखे दर्जनों लोग विद्यालय व्यवस्था के खिलाफ आवाज बुलंद करते हुए प्रशासन से इस बाबत तुरंत कार्रवाई करने की मांग उठायी. विद्यायल में अनिश्चितकालीन तालाबंदी करते हुये शिक्षकों के प्रतिनियुक्ति होने तक आंदोलन को जारी रखने की बात कही.
इस बावत सूचना बीइओ ईश्वरचंद्र सिंह को दी गयी. उन्होंने बताया कि सब जगहों पर शिक्षकों की कमी है. उच्च अधिकारी से इस बाबत बात की जा रही है. जिला परिषद की बैठक में इस मुद्दे को रखा जायेगा. विद्यालय के प्रभारी उर्मिला कुमारी का कहना है कि इस बावत लगातार विभाग को सूचना दी जा रही है. हरेक बैठक में विद्यालय की समस्या राखी जाती है. समस्या को ले अधिकारी को सूचना दी गयी है. उम्मीद की जा सकती है कि जल्द ही समस्या का समाधान होगा.
Below Post Banner
After Tags Post Banner 2
After Tags Post Banner 1
After Related Post Banner 2
After Related Post Banner 1
After Related Post Banner 3
Leave A Reply

Your email address will not be published.

This website uses cookies to improve your experience. We'll assume you're ok with this, but you can opt-out if you wish. Accept Read More

Close